Why We Celebrate Navratri: Spiritual and Scientific Reasons Explained in Hindi

नवरात्रि (Navratri) को ले कर हमारे मन में कई सवाल आते हैं जैसे – नवरात्रि साल में कितनी बार मनाया जाता है? क्यों मनाया जाता है? आएँ आज इन सवालों को आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्‍टिकोण से समझते हैं।

नवरात्रि, जो भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, हर साल पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह पर्व देवी दुर्गा की पूजा और भक्ति का प्रतीक है और इसे पूरे देश में नौ दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है। 

Navratri

नवरात्रि साल में कब और कितनी बार आती है?

नवरात्रि का पावन त्यौहार साल में 4 बार आती है, नवरात्रि 2 ऋतुओं के आगमन मे मनाया जाता है। इसमे से 2 गुप्त नवरात्रि है तथा 2 प्रकट नवरात्रि है। चारो ही समय हम एक ऋतु से दूसरी ऋतु की ओर बढ़ रहे होते  हैं, जो इस प्रकार है-

माघ मे जब हम – सर्दियों से वसंत ऋतु की ओर बढ़ते है 

चैत्र मे जब हम गर्मियों मे प्रवेश करते है 

आषाढ़ मे जब गर्मी से वर्षा ऋतु की ओर बढ़ते है और 

आश्विन से जब सर्दियाँ प्रारंभ होती है ।

नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व (Spiritual Significance of Navratri)-

देवी दुर्गा की पूजा:

यह पर्व देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित होता है। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध करने के लिए नौ दिनों तक लगातार युद्ध किया और दसवें दिन विजय प्राप्त की। इस प्रकार नवरात्रि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

हर दिन देवी के एक अलग रूप की पूजा की जाती है, जो शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री हैं। हर रूप में देवी की एक विशेष शक्ति होती है और इन रूपों की पूजा से भक्तों को उनकी इच्छाओं की पूर्ति होती है।(अधिक जानकारी यहाँ जाने)

धार्मिक विश्वास:

हिन्दू धर्म में यह माना जाता है कि नवरात्रि के नौ दिन आत्मा की शुद्धि, बुरी आदतों को छोड़ने और आत्म-साक्षात्कार का समय है। देवी दुर्गा विभिन्न रूपों में हमारी इच्छाओं, बुराइयों और अज्ञानता को हराने में हमारी सहायता करती हैं।

आत्मिक शक्ति का जागरण:

नवरात्रि को साधक आत्म-शक्ति के जागरण के रूप में भी देखते हैं। योग साधना, ध्यान, और जप से आत्मा के भीतर छिपी शक्ति को जागृत करने का समय माना जाता है।

शक्ति की पूजा:

नवरात्रि देवी दुर्गा की पूजा का समय है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक हैं। यह पर्व हमें यह सिखाता है कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों का सामना कैसे किया जाए। देवी के नौ रूपों की पूजा से मनुष्य में आंतरिक शक्ति और आत्मविश्वास का संचार होता है।

नवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व (Scientific importance of Navratri)-

जैसा की हमने देखा की हर नवरात्रि के समय हम एक ऋतु से दूसरी ऋतु कीओर बढ़ रहे होते  हैं जो की मौसम परिवर्तन का समय है, जब शरीर और पर्यावरण में महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं। ऐसे समय में जब हम 9 दिन तक उपवास करते हैं तो यह शरीर को संतुलित करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक माना  जाता हैं।

 उपवास के माध्यम से शरीर को डिटॉक्स करने का मौका मिलता है, जिससे शरीर को नई ऊर्जा मिलती है और वह बदलते मौसम के अनुकूल हो पाता है।

उपवास का लाभ

उपवास के दौरान शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करने का अवसर मिलता है। उपवास न केवल शरीर के पाचन तंत्र को आराम देता है, बल्कि यह शरीर को शारीरिक और मानसिक शुद्धि भी प्रदान करता है। इससे शरीर में स्फूर्ति आती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

मानसिक शांति और तनाव प्रबंधन

नवरात्रि के दौरान ध्यान और साधना से मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह समय मानसिक तनाव को कम करने और मस्तिष्क को शांत करने का अवसर होता है। ध्यान मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता  हैं, जिससे, चिंता और तनाव जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह

नवरात्रि के समय वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अधिक होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, सामूहिक रूप से ध्यान और पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो आसपास के वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाती है। इस समय देवी की आराधना से उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा वातावरण को शुद्ध करती है और मानसिक शांति प्रदान करती है।

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य:

वैज्ञानिक रूप से नवरात्रि के दौरान किए गए उपवास और साधना से शरीर में हार्मोनल संतुलन बना रहता है। यह समय शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और मस्तिष्क को आराम देने का अवसर प्रदान करता है। उपवास के समय फलाहार और हल्का भोजन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिससे शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान रहता है।

नवरात्रि का महत्व- Significance of Navratri

नवरात्रि एक ऐसा पर्व है जो धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पर्व देवी दुर्गा की आराधना और शक्ति के जागरण का समय है, जो हमारे जीवन को नई ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देता है। नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व हमें आत्म-शुद्धि और आत्म-साक्षात्कार की दिशा में प्रेरित करता है, जबकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह शरीर और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। (और यहाँ पढ़े)

नवरात्रि 2024 मे कब है?

नवरात्रि 3 October से आरंभ हो कर 12 October को सम्पन्न होगी। (यहाँ देखे)

नवरात्रि की महत्ता क्या है?

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